अभिजात शेखर
कीव/मॉस्को, मार्च 09: यूक्रेन पर रूसी हमले के 13 दिन बीत चुके हैं और युद्ध के मैदान में 14वें दिन भी भीषण जंग जारी है, लेकिन युद्ध के मैदान से जो रिपोर्ट्स आ रही हैं, उसमें रूस के लिए शुभसंकेत नहीं मिल रहे हैं। रूस और यूक्रेन, दोनों ने इनफॉर्मेंशन वारफेयर छेड़ रखा है और यूक्रेन इसमें रूस से काफी आगे है, लेकिन हकीकत के मैदान की असल स्थिति यही है, कि युद्ध में अब तक रूस को किसी भी बड़े यूक्रेनी शहर पर पूरी तरह से कब्जा करने में कामयाबी नहीं मिली है, जबकि यूक्रेन के कई शहर तबाह और बर्बाद हो चुके हैं।
यूक्रेन युद्ध के दो हफ्ते पूरे हो चुके हैं, लेकिन 14 दिनों की भीषण लड़ाई के बाद भी रूस लगभग किसी भी बड़े शहरों या जनसंख्या केंद्रों को जब्त करने और नियंत्रित करने में कामयाब नहीं हो पाया है। रूस ने रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माने जाने वाले खारकीव शहर पर कब्जा करने के लिए खूब हाथ पैरे मारे, मिसाइलें दागीं और बम फोड़े, लेकिन खारकीव भी पूरी तरह से रूसी नियंत्रण में नहीं आ पाया है। जबकि, राजधानी कीव में रूस की सेना अभी तक दाखिल नहीं हो पाई है, जबकि ओडेसा, जो यूक्रेन के दक्षिण में एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर है, वहां पर भी भीषण हमले किए गये हैं, लेकिन ओडेसा में भी यूक्रेनी सेना बार बार रूसी हमले को नाकामयाब बना रही है।
यूक्रेनी सरकार ने अब तक रूसी हमले को लेकर जो तस्वीरें पेश की हैं, वो काफी चौंकाने वाली हैं और उन्हें सत्यापित करना काफी कठिन है। युद्ध की शुरुआत के बाद से ही यूक्रेन लगातार भारी संख्या में रूसी सेना के जवानों को मारने दावा करता आया है और ताजा रिपोर्ट में यूक्रेन ने दावा किया है कि, अब तक वो रूस के 12 हजार जवानों को ढेर कर चुका है। मंगलवार को अपने लेटेस्ट रिपोर्ट में यूक्रेनी सेना ने कहा कि, उसने 48 रूसी हवाई जहाजों और 80 हेलीकॉप्टरों को मार गिराया है। वहीं, रूस के 303 टैंकों और सैकड़ों मशीनीकृत वाहनों और कारों पर यूक्रेन ने कब्जा कर लिया या उन्हें बर्बाद कर चुका है। वहीं, यूक्रेन ने कहा है कि, एक युद्धपोत सहित दो रूसी नौसैनिक जहाजों को कब्जे में ले लिया गया है, जबकि दर्जनों ईंधन टैंकर और मोबाइल मिसाइल लॉन्चिंग सिस्टम को यूक्रेन ने उड़ाने का दावा किया है।
यूक्रेन युद्ध को लेकर निकलकर आई सैटेलाइट तस्वीरों का विश्लेषण जब सैन्य एक्सपर्ट्स के द्वारा किया गया, तो पता चला कि, करीब 950 रूसी वाहन, जिनमें 140 टैंक शामिल हैं, उन्हें नष्ट कर दिया गया है। लंदन के एक थिंक टैंक रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट में वायु शक्ति और टेक्नोलॉजी पर काम करने वाले जस्टिन ब्रोंक के अनुसार, अभी तक रूसी सेना के काफी सैन्य उपकरणों को युद्ध में नुकसान पहुंचा है और यूक्रेन लगातार रूसी उपकरणों पर स्ट्राइक कर रहा है। इसके अलावा मंगलवार को, यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय की खुफिया शाखा ने दावा करते हुए कहा कि, रूस की 41 वीं सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल विटाली गेरासिमोव पूर्वी यूक्रेनी शहर खारकीव में मारे गये हैं और यूक्रेन युद्ध में मरने वाले वो दूसरे जनरल हैं।
यूक्रेन लगातार युद्ध में मारे गये रूसी सैनिको को लेकर दावे करता रहा है और लगातारा बता रहा है, कि उसने कितने रूसी हथियारो को ध्वस्त किया है, लेकिन यूक्रेन की सेना ने अभी तक अपने मारे गये सैनिकों को लेकर जानकारी नहीं दी है। लेकिन, कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि, यूक्रेनी सेना की तरफ से अपने मारे गये सैनिकों को सम्मान के साथ अंतिम विदाई दे रहा है। दूसरी तरफ रूस की तरफ से यूक्रेन युद्ध को युद्घ मानने से ही इनकार कर दिया गया है और रूसी मीडिया पर ‘युद्ध’ बोलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने शब्दों में इसे ‘विशेष सैन्य अभियान’ बताया है और रूस ने कहा है कि, यूक्रेन में सबकुछ उसकी प्लानिंग के अनुसार ही हो रहा है।
युद्ध के चार दिन बाद, पहली बार रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता, मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने स्वीकार किया था कि, रूसी सैनिक “मृत और घायल हैं”। लेकिन उन्होंने कोई संख्या नहीं बताई थी, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा था कि, यूक्रेनी नुकसान “कई गुना” ज्यादा है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि, अभी तक यूक्रेनी सैनिकों ने करीब 3,000 से ज्यादा रूसी सैनिकों को मार डाला है। इन अधिकारियों ने गोपनीय अमेरिकी खुफिया आकलन का हवाला देते हुए कहा कि, यूक्रेन ने रूसी पैराट्रूपर्स को ले जाने वाले सैन्य परिवहन विमानों को भी मार गिराया है, हेलीकॉप्टरों को ध्वस्त किया है। वहीं, यूक्रेन ने तुर्की से मिले एंटी टैंक मिसाइल से रूसी सेना को काफी नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में अब पूरी संभावना है, कि यूक्रेन युद्ध ना सिर्फ लंबा खिंच सकता है, बल्कि दोनों देशों को बर्बादी के मुहाने पर ढकेल सकता है।